Rajdoot:राजदूत, सिर्फ़ एक मोटरसाइकिल नहीं, बल्कि भारतीय सड़कों के इतिहास का एक सुनहरा पन्ना है। यह वो नाम है जिसे सुनते ही नब्बे के दशक की यादें ताज़ा हो जाती हैं.

जब यह हर युवा और परिवार की शान हुआ करती थी। इसका मज़बूत ढाँचा, टिकाऊ इंजन और दमदार आवाज़ इसे बाकी सबसे अलग बनाती थी,बल्कि अनगिनत कहानियों और यादों को भी जन्म दिया।
इसकी सरलता और कम रखरखाव ने इसे आम आदमी की पसंद बनाया। चाहे ऊबड़-खाबड़ गाँव की सड़कें हों या शहर का ट्रैफिक, राजदूत सक्षम थी,हम आपको इस गाड़ी से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।
Rajdoot Specification
इसका वजन लगभग 115 किलोग्राम था, जो इसे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय बनाता था। बाइक में 19-इंच के पहिए थे, जो खराब सड़कों पर भी अच्छा संतुलन प्रदान करते थे। इसमें ड्रम ब्रेक सिस्टम था, जो उस समय की सड़कों के लिए पर्याप्त था।
इसका फ्यूल टैंक 11.5 लीटर का था, और ग्राउंड क्लीयरेंस 160 मिमी था, जो इसे उबड़-खाबड़ रास्तों के लिए उपयुक्त बनाता था। सस्पेंशन में टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क और रियर में स्विंगआर्म का उपयोग होता था।
Rajdoot Engine
राजदूत में 173 सीसी का सिंगल-सिलेंडर, टू-स्ट्रोक, एयर-कूल्ड इंजन था। यह इंजन 10.5 बीएचपी की पावर और 13.5 एनएम का टॉर्क जनरेट करता था। इसमें 3-स्पीड गियरबॉक्स था, जो आसान राइडिंग अनुभव देता था। इंजन की मजबूती इसे लंबी दूरी और भारी सामान ढोने के लिए आदर्श बनाती थी।
Rajdoot Mileage
राजदूत की माइलेज औसतन 35-40 किमी प्रति लीटर थी, जो उस समय की टू-स्ट्रोक बाइक्स के लिए अच्छी मानी जाती थी। यह माइलेज राइडिंग स्टाइल और सड़क की स्थिति पर निर्भर करती थी।
Rajdoot Price
1980-1990 के दशक में राजदूत की कीमत लगभग 12,000 से 18,000 रुपये थी। आज यह विंटेज बाइक संग्राहकों के बीच 50,000 से 1.5 लाख रुपये तक बिकती है, जो इसकी स्थिति पर निर्भर करता है।